युवा गौरव। संवाददाता
कानपुर। नगर निगम के ज़ोनल अधिकारी सुवर्ण सिंह द्वारा परमट मंदिर स्थित कुष्मांडा देवी के मंदिर को शील कर दिया गया था। और ताला लगाते समय कह कर चले गए थे, जिसने भी मंदिर का ताला खोला, उसके ऊपर मुकदमा पंजीकृत करने की कार्यवाही की जाएगी। मंदिर मे ताला लगाने की सूचना पर परमट मंदिर मे आने वाले श्रद्धालुओं को नागवार लगी। और नगर निगम के द्वारा की गयी यह कार्यवाही सभी मे आग की तरह फैलने लगी। और इसकी सूचना जैसे ही राष्ट्रीय ब्रांहण युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज दीक्षित को लगी। उन्होने अविलंब मंदिर मे लगे ताले को तोड़ने का ऐलान कर दिया। और अनगर निगम के अधिकारियों को चैलेंज किया कि मंदिर का ताला तोड़ने पर मुकदमा लिखाया जाएगा तो लिखाया जाय। परंतु मंदिर मे कैद माता जी को ताला तोड़कर कैद मुक्त जरूर कराएंगे। और इसी क्रम मे सोमवार को राष्ट्रीय ब्रांहण युवजन सभा के सभी पदाधिकारियों ने राष्ट्रीय अध्यक्ष के नेतृत्व मे मंदिर का ताला तोड़ दिया। और मंदिर की साफ सफाई करके माँ दुर्गा की पुजा अर्चना विधिविधान से की गयी।
मंदिर को बताया अतिक्रमण
नगर निगम के अधिकारियों से मंदिर मे ताला लगाने के कारण को जानने पर बताया गया कि मंदिर को अतिक्रमण करके बनाया गया है। इस कारण मंदिर मे ताला लगाने की कार्यवाही की गयी। और जब यह पूंछा गया, कि क्या यही मंदिर अतिक्रमण करके बनाया गया है। और परमट मंदिर के रास्ते पर कहीं कोई अतिक्रमण नहीं है। तो बताया गया कि अभी पैमाइस कारवाई जा रही है। और मंदिर को बिना पैमाइस के ही ताला जड़ दिया गया। इसके जवाब मे ज़ोनल अधिकारी सुवर्ण सिंह ने बताया कि मेरे ऊपर दबाव था। नगर निगम के अधिकारी ने अतिक्रमण के कारण नहीं बल्कि दबाव के कारण मंदिर को ताला लगाया था।
ताला लगवाने रही स्थानीय पार्षद की अहम भूमिका
मंदिर मे ताला लगवाने की अहम कड़ी पार्षद को बताया जा रहा है। स्थानीय लोगों और ज़ोनल अधिकारी के अनुसार पार्षद ने मंदिर पर कब्जा करने की नियत से नगर निगम के अधिकारी का सहारा लिया। और ताला लगवा दिया। जबकि इस बावत स्थानीय पार्षद से कई बार बातचीत की गयी। जिसमे वह यही कहती रही, कि मैंने ज़ोनल अधिकारी को मंदिर मे ताला न लगाने के लिए कई बार कहा था। लेकिन ज़ोनल अधिकारी ने कोई बात नहीं सुनी।
ताला लगाने के बाद पार्षद को मिली थी चाबी
मंदिर मे ताला लगाने के बाद ज़ोनल अधिकारी को एहसास हुआ कि उसने बड़ी गलती कर दी है। यह मुद्दा आग की तरह फैलने लगा है। इससे घबरा कर ज़ोनल अधिकारी सुवर्ण सिंह ने मंदिर मे लगाए गए ताले की चाबी को पार्षद के सुपुर्द कर दिया गया। और ज़ोनल अधिकारी एवं खुद पार्षद के द्वारा यह कहा गया कि मंदिर की साफ सफाई एवं पूजा आदि का कार्य पार्षद यानि मेरे द्वारा किया जा रहा है। यदि गलत एवं अतिक्रमण करके मंदिर बनाया गया था। तो फिर पार्षद को चाबी देने के बाद क्या अतिक्रमण मुक्त हो गया था।
राष्ट्रीय ब्रांहण युवजन सभा ने तोड़ा ताला
मंदिर मे लगाए गए ताले को लेकर हिन्दू भावनाओं को आहात बताते हुये राष्ट्रीय ब्रांहण युवजन सभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष पंकज दीक्षित ने सोमवार को दल बल के साथ परमट स्थित माँ कुष्मांडा देवी के मंदिर पहुँच कर मंदिर मे लगे ताले को तोड़ दिया। और माँ दुर्गा के जयकारे लगा कर साफ सफाई की। एवं विधि विधान से पूजा अर्चना की। वहीं नगर निगम के अधिकारियों को भी चेतावनी देते हुये कहा कि अगर कहीं अन्य भी इस प्रकार से हिंदुओं की भावनाओं को नगर निगम के द्वारा आहात किया जाएगा, तो राष्ट्रीय ब्रांहण युवजन सभा ऐसी कार्यवाहियों का खुल कर विरोध करेगी।