युवा गौरव। सूरज अवस्थी
मोहनलालगंज, लखनऊ। मोहनलालगंज विकास खंड क्षेत्र के त्रिलोकपुर गांव की गलियों में गंदगी के अंबार स्वच्छता अभियान पर बदनुमा धब्बा लगा रहा है। यहां की गली मुहल्लों में सीसी रोड व खड़जों पर कूडे के ढेर लगे रहते हैं। गंदगी की यह तस्वीर स्वच्छता अभियान के प्रति अफसरों की गम्भीरता बयां करने के लिये काफी है। देश भर में जब स्वच्छता अभियान चला था, तब अफसरों ने झाड़ू उठा कर लोगों में सफाई की अलख जगाई थी। उम्मीद जगी थी कि बदलाव की बयार जरूर बहेगी, पर ऐसा नहीं हुआ। कुछ ही वक्त में अधिकारियों व ग्राम प्रधान की लापरवाही से स्वच्छता का अभियान रस्म अदायगी का हिस्सा बन कर रह गया। यह हाल महज त्रिलोकपुर गांव का नहीं है, बल्कि भदेसुवा ग्राम पंचायत के अंतर्गत आने वाले मसंब खेड़ा, त्रिलोकपुर, राहीमनगर, शहजादपुर, नया खेड़ा, का भी है। गांव में रहने वाले लोगों को गंदगी से निजात नहीं मिल रही। गंदगी के ढेर जगह जगह गलियों में जहां तहां पडे हैं। नालियों की साफ सफाई न होने से मच्छरों का प्रकोप बढ़ रहा है। जिससे संक्रामक बीमारियां यहां पैर पसार रही हैं। क्षेत्र में तैनात सफाई कर्मचारी अपने दायित्व का निर्वाह भी पूरी तरह से नहीं कर रहे हैं। गांव के स्थानीय निवासियों का कहना है। सफाई कर्मचारियों पर विभागीय अधिकारियों की कृपा रहती है। उनका वेतन भी बिना कार्य के ही प्रति माह मिल रहा है। ऐसे में उन्हें काम की क्या आवश्यकता है। मन चाहे स्थानों पर कर्मी अपनी तैनाती करा लेते हैं। स्थानीय निवासियों के मुताबिक गांव में एक वर्ष पूर्व कुछ सफाई कर्मी लगे थे। उसके बाद से अब तक कोई भी सफाई कर्मी ग्राम पंचायतों में सफाई कार्य को ढंग से नहीं कर रहा है। ग्राम वासियों का आरोप है कि कई बार आलाधिकारियों को शिकायत पत्र देकर अवगत भी कराया गया लेकिन अब तक कोई कार्यवाही नहीं हुई है।