परिनिर्वाण दिवस पर महान शिक्षा विद डाक्टर राधाकृष्णन को बच्चों ने अर्पिता किए श्रद्धा सुमन

कानपुर देहात।महान शिक्षा विद डाक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन को बच्चों ने श्रद्धासुमन अर्पिता करते हुए उनके व्यक्तित्व और कृतित्व को याद किया।



शिक्षक परिवार से राष्ट्रपति पद तक पहुंचने वाले डाक्टर सर्वपल्ली राधाकृष्णन जी से जब पूछा गया था कि हम सब आपका जन्मदिन मनाना चाहते हैं तब उन्होंने कहा था कि अगर आप सब हमारा जन्मदिन मनाना ही चाहते हैं तो अगर इस दिन को आप सब शिक्षक दिवस के रूप में मनाएँगे तो हमें अपार प्रसन्नता होगी। तभी से उनके जन्मदिन को शिक्षक दिवस के रूप में मनाया जाने लगा था। पाँच सितंबर अट्ठारह सौ अट्ठासी को तमिलनाडु के तिरूतनी में जन्मे कृषणन जी को सन् उन्नीस सौ चौवन सें भारत रत्न से सम्मानित किए गए थे।राष्ट्रपति रहने के दौरान कोई भी नागरिक सप्ताह में निर्धारित दो दिन बिना समय लिए सीधे जाकर उनसे मिल सकता था।आज रूरा के अकबरपुर में उन्हें निर्वाण दिवस पर केन्द्रीय विद्यालय के विद्यार्थियों अन्तर्राष्ट्रीय गांधी पर्यावरण योद्धा सम्मान प्राप्त यूथ आइकॉन शिवम व तीन अन्तर्राष्ट्रीय पदक विजेता शान्या ने श्रद्धा सुमन अर्पित किए। सत्रह अप्रैल उन्नीस सौ पचहत्तर को डाक्टर राधाकृष्णन ब्रम्हलीन हो गए थे।